अधिगम के सिद्धान्त, साहचर्य सिद्धान्त, क्षेत्र सिद्धान्त, संज्ञानात्मक सिद्धान्त

 अधिगम के सिद्धान्त -

बिने एवं गेट्स -   "अधिगम के सिद्धांत के अध्ययन के माध्यम से शिक्षकों को वर्तमान शैक्षिक सिद्धांतों, चलित एकरूपता एवं परस्पर विरोध का ज्ञान हो सकता है"  

अधिगम की प्रक्रिया को सरल , बोधगम्य ,स्पष्ट , प्रभावी एंव उद्देश्यपूर्ण बनाने के लिए दार्शनिकों, शिक्षाविदों एवं मनोवैज्ञानिकों ने जानवरों तथा मानवों पर अनेक प्रयोग किये जिनसे प्राप्त परिणामों को अधिगम के सिद्धान्त कहते है इन सिद्धान्तों को सरलता से समझने एंव सुविधा की दृष्टि से निम्नलिखित तीन भागों में बांटा गया है

 

साहचर्य सिद्धान्त ( शारीरिक )

1. थार्नडाइक का सिद्धान्त

2. पावलाव का सिद्धान्त

3. स्किनर का सिद्धान्त

 

 

क्षेत्र सिद्धान्त ( शारीरिक एवं मानसिक )

1. कोहलर का सिद्धान्त

2. हल का सिद्धान्त

3. टॉलमैन का सिद्धान्त

4. कुर्ट लेविन का सिद्धान्त

5. एडविन गुथरी का सिद्धान्त

 

संज्ञानात्मक सिद्धान्त

1. जीन पियाजे का सिद्धान्त

2. ब्रुनर का सिद्धान्त

3. बण्डूरा का सिद्धान्त

 

            साहचर्य सिद्धान्त ( शारीरिक )   

 साहचर्य का अर्थ साथ - साथ होता है इन सिद्धान्तों में संबंधों का निर्धारण इच्छाओं, अभिवृत्तियों, संवेगों आदि पर निर्भर करता है ये सिद्धान्त निम्नलिखित है

 

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