राजस्थान में मुख्य सचिव/Chief Secretary in rajasthan

राजस्थान में मुख्य सचिव/Chief Secretary

▪️ मुख्य सचिव का पद केन्द्र सरकार में 1799 में लार्ड वेलेजली द्वारा सृजित किया गया था। G.H. बारलोव प्रथम पदधारी थे ।

▪️ मुख्य सचिव राज्य सचिवालय का कार्यकारी प्रमुख होता है ।

▪️ मुख्य सचिव राज्य प्रशासन का प्रशासनिक मुखिया होता है।

▪️ वह राज्य का सर्वोच्च सिविल सेवक होता है ।

▪️ मंगत राय “मुख्य सचिव का कार्य तकनीशीयन का नहीं है, और एक पेशेवर की तरह भी नहीं, वह एक ज्ञानी अभियंता भी नहीं है और न ही प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट, वह सरकारी प्रक्रिया का भाग है और एक लोकतांत्रिक गणतन्त्र में, मानवीय प्रक्रिया का भाग है।”

▪️ 1973 से मुख्य सचिव राज्य का सर्वोच्च सिविल सेवक होता है।

▪️ नियुक्ति – योग्यता कम वरिष्ठता के साथ मुख्यमंत्री के विश्वास पर निर्भर ।

▪️ कार्यकाल – कालावधि की प्रक्रिया से परे तथा निश्चित कार्यकाल नहीं ।


🔘 नियुक्ति और कार्यकाल में वृद्धि हेतु संघ सरकार की अनुमति ली जाती है।

▪️ मुख्य सचिव को चयन करने से पहले मुख्यमंत्री सचिवों की योग्यता वरिष्ठता अनुभव सेवा का रिकॉर्ड इत्यादि को गंभीरतापूर्वक देखता है तथापि सर्वाधिक महत्वपूर्ण तथ्य उस अधिकारी तथा मुख्यमंत्री के मध्य वैचारिक सामंजस्य ही होता है प्रत्येक मुख्यमंत्री ऐसा मुख्य सचिव नियुक्त करना चाहता है जो उसकी नीतियों विचारों तथा कार्यक्रमों को ही परिप्रेक्ष्य में समझते हुए उन्हें क्रियान्वित कर सके


मुख्य सचिव की शक्तियाँ व भूमिका

1.प्रशासन के सफलतापूर्वक संचालन के लिए मुख्यमंत्री का मुख्य सलाहकार होता है और प्रशासन को नेतृत्व प्रदान करता है।

2.राज्य मंत्रीमण्डल का सचिव होता है। वह मंत्रिमण्डल की सभी बैठकों में शामिल होता है ।

3.राज्य सिविल सेवा का प्रमुख / सचिवों का मुखिया मनोबल बनाए रखता है ।

4.केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के मध्य विवाद होने पर उनमें समन्वय स्थापित करने का कार्य करता है।

5.कुछ विभागों का प्रशासनिक मुखिया होता है – सामान्य प्रशासन विभाग, कार्मिक विभाग, आयोजना विभाग, प्रशासनिक सुधार विभाग

6.राज्य का आपदा प्रशासक के रूप में कार्य करता है।

7.Residual Legatlee – उन सभी मामलों की देखभाल जो किसी सचिव के क्षेत्राधिकार में नहीं आते है।

8.क्षेत्रीय परिषद् का सचिव, के दायित्व का निर्वहन अपनी बारी से करता है ।

9.राज्य सचिवालय का सामान्य पर्यवेक्षणकत्ता और नियंत्रणकर्ता होता है ।

10.राज्य सचिवालय भवन और कार्मिकों का प्रशासनिक नियंत्रणकर्ता होता है ।

11.संघ सरकार या अन्य राज्य सरकारों के साथ राज्य सरकार का मुख्य संचार माध्यम होता है ।


🔘विधान सभा और राज्यपाल से संबंधित दायित्व नहीं होते हैं पर  राष्ट्रपति शासन के समय राज्यपाल का मुख्य सलाहाकार होता है जब केन्द्र सलाहकारों की नियुक्ति नहीं करता है


▪️ प्रथम मुख्य सचिव – श्री के. राधकृष्णन।

▪️ सर्वाधिक लंबा कार्यकाल – श्री बी. एस. मेहता 1958-64

▪️ H.M. माथुर 28-1-94 से 2-2-94 तक ही पद पर यानि सबसे कम कार्यकाल वाले मुख्य सचिव रहे ।

▪️ प्रथम महिला मुख्य सचिव – श्रीमती कुशल सिंह

▪️दो बार पद धारण करने वाले मुख्य सचिव – के. राधाकृष्णन, भगवत सिंह मेहता, मोहन मुखर्जी









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